नौकरी के साथ छत की तैयारी, बिना कोचिंग बनी IAS ऑफिसर, सर्जना यादव की कहानी

घर से लाखों की संख्या में बच्चे ट्रेसी की तैयारी करते हैं और कई ऐसे बच्चे हैं जो इस परीक्षा को पास करके दिखा रहे हैं। देश दुनिया में कई बच्चे ऐसे होते हैं जो कोचिंग के माध्यम से ट्रेससी की तैयारी करते हैं वहीं कई ऐसे बच्चे भी होते हैं जो बिना कोचिंग वेज एग्जाम को पास करके दिखा रहे होते हैं।
बिना कोचिंग इस परीक्षा को पास करना मुश्किल होता है लेकिन कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं जो फुलटाइम जॉब के साथ भी इस कठिन परीक्षा को पास करके दिखा देते हैं आज हम आपको एक ऐसी ही लड़की की कहानी बताते हैं जो नौकरी के साथ इस कठिन परीक्षा को पास करके दिखाएं।
यह कहानी आईएएस अधिकारियों की है जो बिना किसी कोचिंग का सहारा लिए और नौकरी के साथ-साथ परीक्षा की तैयारी की। सर्जना यादव 2019 में सिविल सेवा परीक्षा में पूरे भारत में 126 रैंक हासिल करके आईएएस अधिकारी बनीं थीं। सर्जना यादव ने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल करने की थी।
आज के दौर में ज्यादातर दस्तावेजों की तैयारी करने वाले कैंडिडेट कोचिंग क्लासेज पर भरोसा करते हैं, सर्जना यादव की इस परीक्षा को लेकर एक अलग नजरिया था। एक साक्षात्कार में सर्जना ने कहा कि यह उम्मीदवार की इच्छा पर अटल है कि वह कोचिंग लेना चाहता है या नहीं। “यदि आपको लगता है कि आपके पास पर्याप्त अध्ययन सामग्री है और प्राथमिकता के लिए आपकी रणनीति बेहतर है, तो आप स्वयं अध्ययन पर भरोसा करके भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं,”।
सर्जना ने नौकरी करते हुए परीक्षा की तैयारी की थी
सर्जना यादव ने दिल्ली टेक्न अटैक यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन पूरा किया। ग्रेजुएशन के बाद सर्जना यादव ने ट्राई में रिसर्च ऑफिसर के तौर पर काम करना शुरू किया। अपने फुल टाइम जॉब के साथ सर्जना तलाशी परीक्षा की तैयारी करते थे। पहले दो प्रयासों में विफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी बल्कि फिर से प्रयास करने का निर्णय लिया और इस बार वे सफल रहे।