पिता की मौत के बाद दो घंटे की रोटी के लिए भी लाती थी कॉमेडियन भारती सिंह, लोगों के घरों में काम करती थी मां, जाने कैसे बदली किस्मत

भारती सिंह आज एक मशहूर कॉमेडियन हैं और अपने हंसाने के स्टाइल से वह सबका दिल जीत लेते हैं। आपको बता दें कि भारतीय सिंह वैसे तो आज कई बड़े कॉमेडियन ठिठक गए हैं लेकिन एक समय था जब वह दो घंटे की रोटी के लिए दिन में थे।
आपको बता दें कि भारतीय सिंह जो बहुत छोटी थी उसी वक्त उनके पिता का निधन हो गया। पिता के निधन के बाद भारती सिंह के जीवन में दुखों ने न्योता दिया और लगातार उनकी जिंदगी में परेशानियां आने लगीं।
पिता के जाने के बाद भारतीय सिंह दो वक्त की रोटी के लिए भी लाैट नहीं लगी और खाना नहीं मिलने के कारण वह काफी परेशान रहती थी इसी के साथ भारती ने यह भी बताया कि पिता के जाने के बाद उनकी मां के घरों में काम करती है था और वहीं से उन्हें खाना मिलता था जो सभी लाभ थे।
भारती सिंह ने बताया था कि जब वे आखिरी बार चुनौती के लिए चुने गए थे तो लोगों ने बातें करना शुरू कर दिया था। उनकी मां से लोग कहते थे कि अगर इसके मुंबई वाले लेकर जाएंगे तो इसकी शादी नहीं हो पाएगी। लोगों की बातों से भारत की मां की हिम्मत नहीं टूटती। मां ने कहा, ‘मैं अपनी बेटी को एक बार तो जरूर मुंबई लेकर जाऊंगी। क्योंकि मैं नहीं चाहता कि इसके मन में कहीं यह बात जाए कि एक मौका मिल जाए लेकिन मेरी मां मुझे लेकर नहीं गईं।’
भारती ने बताया था, ‘छह महीने तक मैं मुंबई में सदस्यता लाफ्टर चैलेंज के लिए बहुत मेहनत की। कब भारती सिंह दुनिया के लिए बड़ा नाम बन गया पता ही नहीं चला। सच बताऊं तो टीवी पर आने से पहले मैंने बहुत संघर्ष किया। मैंने कॉलेज में स्पोर्ट्स में लिया था ताकि मेरा लाइसेंस माफ हो सके। मैं सुबह पांच बजे अभ्यास करने गया था। तब मैं रोज खाने के नियम मिलाते थे इसलिए दूसरी लड़कियां रोज जूस पीती थीं।’
भारती सिंह ने आगे कहा, ‘मैं रोज पांच रुपये वाले अपने नियम बरकरार रखते थे और महीने के आखिरी में मानक से फल और जूस अपने घर ले जाते थे। उस समय दो घंटे की रोटी का रहना भी मुश्किल से होता था। ऐसे में फल देखकर घरवाले बहुत खुश हो जाते थे। उन दिनों मैं अमृतसर में थिएटर करता था। तब कपिल शर्मा आखिरी चुनौती 3 जीत चुके थे। एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि इस शो का अगला सीजन आ रहा है तुम इसमें भाग लो।’ कपिल के कहने पर ही भारती ने अध्यास दिया और वह मुंबई के लिए शॉर्ट लिस्ट हो गए। तब भारती ने पहली बार फ्लाइट से यात्रा की थी। आखिरी चुनौती के बाद भारती सिंह की किस्मत खुल गई और वह आज एक अच्छे मुकाम पर हैं।