बचपन में अफसरों की कहानी पढ़ते हुए अधिकारी बनने का प्रण,मुश्किलों के आगे नहीं हारे,पढ़िए UPPCS 2023 की टॉपर दिव्य सिकरवार की कहानी

उत्तर प्रदेश आगरा की बेटी ने परिवार का ही नहीं पूरे जिले का नाम रोशन किया है। यूपीएससी 2023 की परीक्षा में दिव्या सिकरवार की पहली रैंक आई है। उन्होंने यह सफलता तीसरे प्रयास में हासिल की है। जब रिजल्ट जारी हुआ तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। घर में देर रात तक हॉलिडे देने वालों का तांता लग रहा है। छतपी के टॉप टेन में आगरा की दोनों बेटियों ने शादी कर ली है। दिव्या ने पहली तो ऐश्वर्या दुबे ने आठवीं रैंक हासिल की है।
आगरा एत्मादपुर तहसील के गांव रामी गढ़ी की रहने वाली दिव्या सिकरवार के पिता राजपाल सिंह बी दूषित हैं और वे अब गांव में खेती करते हैं। उनके तीन बच्चे सबसे बड़े दिव्या सिकरवार हैं। उसकी उम्र 26 साल है। दिव्या के छोटे भाई दीपक आप पुलिस में कांस्टेबिल है। एनबीटी से बात करते हुए दिव्या ने बताया कि उन्होंने ग्रेजुएशन से ही तय कर लिया था कि वे जंपिंग अधिकारी बन गए हैं। इसके लिए वे 2016 में सेंट जोंस कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद पत्तेसी की तैयारियों में जुट गए और तीसरे प्रयास में सफलता हासिल कर ली।
ग्रामीण महिलाओं के अधिकार हैं
दिव्या सिकरवार ने कहा कि वे ग्रामीण क्षेत्र में रहती हैं। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं के जीवन को करीब से देखा है। ग्रामीण महिलाओं के सामने सामाजिक बंधन बनते हैं। सरकारी योजनाओं से पीड़ित महिलाओं के लिए वे काम करती हैं। अपनी पढ़ाई के लिए वे अपनी मां सरोज देवी को श्रेय देती हैं। उन्होंने पढ़ाई के लिए बहुत प्रेरित किया।
तीसरे प्रयास में पाई सफलता
दिव्या ने अपनी पढ़ाई यूपी बोर्ड से की है। वर्ष 2011 में हाईस्कूल और 2013 में इंटर की परीक्षा दिखा रहे हैं। दिव्या ने बताया कि वह संपूर्ण अखबार पढ़ती थी। अखबारों में जब अधिकारियों की कार्यशैली और उनके कार्यों को जारी किया गया तो उन्हें अधिकारी बनने की इच्छा पैदा हुई। बस इसके बाद मन में ठान लिया गया है। ऑनलाइन पढ़ाई की और तीसरे प्रयास में सफलता मिली। जबकि 2021 में इंटरव्यू में रह गए और 2020 में मैन्स भी क्वालिफाई नहीं कर पाए।
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